Jab Tak Hai Jaan - The Poem (From "Jab Tak Hai Jaan")
Lyrics
तेरी आँखों की नमकीन मस्तियाँ
तेरी हंसी की बेपरवाह गुस्ताखियाँ
तेरी जुल्फों की लहराती अंगड़ाइयाँ
नहीं भूलूंगा मैं
जब तक है जान
जब तक है जान
तेरा हाथ से हाथ छोड़ना
तेरा सायों से रुख मोड़ना
तेरा पलट के फिर न देखना
नहीं माफ़ करूँगा मैं
जब तक है जान
जब तक है जान
बारिशों में बेधड़क तेरे नाचने से
बात बात पे बेवजह तेरे रूठने से
छोटी छोटी तेरी बचकानी बदमाशियों से
मोहब्बत करूँगा मैं
जब तक है जान
जब तक है जान
तेरे झूठे कसमें वादों से
तेरे जलते सुलगते ख्वाबों से
तेरी बे रहम दुआओं से
नफरत करूँगा मैं
जब तक है जान
जब तक है जान
Copyright: Royalty Network
Writer(s): A R RAHMAN, GULZAR
तेरी हंसी की बेपरवाह गुस्ताखियाँ
तेरी जुल्फों की लहराती अंगड़ाइयाँ
नहीं भूलूंगा मैं
जब तक है जान
जब तक है जान
तेरा हाथ से हाथ छोड़ना
तेरा सायों से रुख मोड़ना
तेरा पलट के फिर न देखना
नहीं माफ़ करूँगा मैं
जब तक है जान
जब तक है जान
बारिशों में बेधड़क तेरे नाचने से
बात बात पे बेवजह तेरे रूठने से
छोटी छोटी तेरी बचकानी बदमाशियों से
मोहब्बत करूँगा मैं
जब तक है जान
जब तक है जान
तेरे झूठे कसमें वादों से
तेरे जलते सुलगते ख्वाबों से
तेरी बे रहम दुआओं से
नफरत करूँगा मैं
जब तक है जान
जब तक है जान
Copyright: Royalty Network
Writer(s): A R RAHMAN, GULZAR
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